परिचय
1990 का दशक भारत में पले-बढ़े लोगों के लिए एक यादगार युग था, क्योंकि यह मासूमियत, सादगी और असीम आनंद का समय था। क्लासिक टीवी शो से लेकर स्वादिष्ट स्नैक्स तक, भारत में 90 के दशक का बचपन कई लोगों के दिलों में एक विशेष स्थान रखता है। इस लेख में, हम इस उल्लेखनीय दशक के दौरान भारतीय बच्चों के कुछ सबसे यादगार पलों और अनुभवों को फिर से याद करते हुए स्मृतियों के गलियारे में एक आनंददायक यात्रा करेंगे।
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Photo credit - Amar ujala |
प्रतिष्ठित टीवी शो और कार्टून
90 के दशक में प्रतिष्ठित टीवी शो और कार्टून का उदय हुआ जो हर बच्चे की दिनचर्या का अभिन्न अंग बन गए। "मालगुडी डेज़," "शक्तिमान," "डकटेल्स," और "चंद्रकांता" जैसी श्रृंखलाओं ने बच्चों को अपने टेलीविजन सेटों से बांधे रखा। सुपरहीरो के कारनामों और कल्पना की मनमोहक दुनिया ने कल्पनाओं को बढ़ावा दिया और अविस्मरणीय यादें बनाईं।
अनूठे नाश्ते और व्यंजन
भारत में 90 के दशक का कोई भी बचपन ढेर सारे स्वादिष्ट नाश्ते के बिना पूरा नहीं होता था। तीखे आलू चाट और मसालेदार समोसे से लेकर पोपिन्स और किस्मी टॉफ़ी जैसी मीठी और रंगीन कैंडीज तक, प्रत्येक बाइट में स्वादों का विस्फोट था जो बेहद आनंददायक था।
आउटडोर खेल और गतिविधियाँ
90 के दशक में ढेर सारे आउटडोर गेम्स और गतिविधियाँ पेश की गईं जो बच्चों को व्यस्त और शारीरिक रूप से सक्रिय रखती थीं। गली क्रिकेट, लुका-छिपी, कंचे और पिट्ठू (सात पत्थर) ऐसे कई खेलों में से कुछ थे जो पड़ोस के दोस्तों को अंतहीन घंटों की मौज-मस्ती के लिए एक साथ लाते थे।
बॉलीवुड का जादू और धुन
90 के दशक के बच्चों की यादों को आकार देने में बॉलीवुड ने अहम भूमिका निभाई। इस युग में "हम आपके हैं कौन..!", "दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे," और "कुछ कुछ होता है" जैसे सदाबहार क्लासिक्स देखे गए। रंग-बिरंगी पोशाकें, आकर्षक गाने और दिल छू लेने वाली कहानियों ने युवा मन पर अमिट छाप छोड़ी।
कॉमिक्स का जादू
भारत में 90 के दशक के हर बच्चे के लिए कॉमिक किताबें एक अनमोल संपत्ति थीं। अपनी पौराणिक कहानियों वाली प्रसिद्ध "अमर चित्र कथा" से लेकर "चाचा चौधरी" और "टिंकल" के अनोखे कारनामों तक, इन सचित्र रत्नों ने युवा पाठकों में कल्पनाशक्ति जगाई और उनमें मूल्यों का संचार किया।
निष्कर्ष
भारत में 90 के दशक का बचपन एक मनमोहक समय था जो मासूमियत, खुशी और अविस्मरणीय अनुभवों से भरा हुआ था। प्रतिष्ठित टीवी शो और कार्टून से लेकर आनंददायक स्नैक्स और आकर्षक आउटडोर गेम तक, इस दशक का हर पहलू उन लोगों के दिलों में एक विशेष स्थान रखता है जिन्होंने इसका अनुभव किया है। जैसे-जैसे समय आगे बढ़ता है, ये पोषित यादें पुरानी यादों का स्रोत बनी रहती हैं, जो हमें उन सरल समयों की याद दिलाती हैं जिन्होंने हमारे जीवन को आकार दिया और हमारे चेहरे पर मुस्कान लाते रहे।