पीठ दर्द (Back Pain): प्रकार, कारण, तथ्य, उपचार और साथ ही योग के सुझाव


पीठ दर्द (Back Pain): प्रकार, कारण, तथ्य, उपचार और साथ ही योग के सुझाव,



पीठ दर्द आजकल काफी सामान्य बीमारी हो गई है जिसके कई कारण हो सकते हैं। पीठ दर्द किसी भी उम्र के व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है और पीठ दर्द (Back Pain ) हमारी डेली Life दिनचर्या को भी प्रभावित कर सकता है। पीठ दर्द के प्रकार, कारण, तथ्य, उपचार और योग के सुझावों पर हम इस Article सब बताने का प्रयास करेंगे।

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पीठ में होने वाले दर्द के प्रकार

मांसपेशियों में दर्द (Muscular pain): यह दर्द मांसपेशियों में होता है और आमतौर पर शारीरिक कामकाज, अधिक व्यायाम या अच्छे पोस्चर की कमी के कारण हो सकता है।


नसों में दर्द (न्यूराल्जिया-Neuralgia):
यह दर्द नसों में होता है और सिर्फ एक ओर या दोनों ओर विकलांगता का कारण बन सकता है।


रीढ़ की हड्डी की समस्याएँ:
रीढ़ की हड्डी से संबंधित विभिन्न समस्याएँ भी पीठ दर्द का कारण बन सकती हैं, जैसे कि स्कोलियोसिस, किफोसिस, दिस्क प्रॉब्लम आदि।


पीठ दर्द के कारण:

गलत पोस्चर (Wrong posture ) : गलत तरीके से बैठना, खड़ा रहना या सोते समय गलत पोस्चर का अनुसरण करना पीठ दर्द के कारण बन सकता है।


बैठे रहने की आदत: अधिक समय तक एक ही स्थिति में बैठे रहना भी पीठ दर्द का कारण बन सकता है।


मांसपेशियों की कमजोरी: अच्छी तरह से नहीं व्यायाम या मांसपेशियों की कमजोरी के कारण भी पीठ दर्द हो सकता है।


वयस्कों की समस्याएँ: वयस्कों में रीढ़ की हड्डी की समस्याएँ और अंगों में दिक्कतें पीठ दर्द का कारण बन सकती हैं।


बीमारी से संबंधित दर्द: कई बार यह दर्द किसी अन्य बीमारी के संकेत भी हो सकता है, जैसे कि किडनी स्टोन, इंफेक्शन, पेट की समस्याएँ आदि।


रीढ़ की हड्डी की समस्याएँ: स्कोलियोसिस, किफोसिस, डिस्क प्रॉब्लम आदि की समस्याएँ भी पीठ दर्द का कारण बन सकती हैं।


न्यूरोलॉजिकल दर्द: नसों में दर्द जो किसी न्यूरोलॉजिकल समस्या के कारण हो सकता है, उन्हें समझने के लिए डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।


पीठ दर्द के Facts :

योग और व्यायाम करना पीठ दर्द को कम करने में मदद कर सकता है, लेकिन सही तरीके से किया जाना चाहिए।

ज्यादातर मामलों में पीठ दर्द अपने आप ही ठीक हो जाता है, लेकिन अगर दर्द लम्बे समय तक बना रहता है, तो चिकित्सक से सलाह लेना चाहिए।

पीठ दर्द का उपचार:

आदर्श आसन: सही पोस्चर में बैठना और खड़ा रहना आपके पीठ के स्वास्थ्य को सुधार सकता है।

व्यायाम: पीठ की मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिए योग और व्यायाम करना फायदेमंद हो सकता है।

दर्दनिवारण दवाएँ: दर्द कम करने के लिए डॉक्टर द्वारा सिफारिशित दवाओं का सेवन करें।

चिकित्सीय उपचार: अगर दर्द गंभीर है तो चिकित्सक से सलाह लें, उनकी सिफारिशों का पालन करें।


कुछ योगासन है जो पीठ दर्द को काम कर सकते है 

योग अभ्यास पीठ दर्द को कम कर सकते हैं। योगासन पीठ की मांसपेशियों को मजबूत करने और उन्हें लचीला बनाने में मदद कर सकते हैं। पीठ दर्द को कम करने के लिए निम्नलिखित आसन करें:


भुजंगासन: आपको लेटकर ऊपर की ओर उठना होगा, हाथों को सीधे कंधों के सहारे रखते हुए सांस लेना होगा। इस आसन का अभ्यास पीठ की मांसपेशियों को मजबूत करता है और दर्द को कम करता है।


Cat-Cow Pose:
जब आप चार्पाई पर चढ़ते हैं, तो सांस बाहर और अंदर करते हुए पीठ को ऊपर-नीचे करें। इससे पीठ दर्द कम होता है और मांसपेशियां लचीली होती हैं।


अर्ध मत्स्येंद्रासन: पीठ के नीचे एक पैर को जमीन पर रखें। उसी तरह दूसरा पैर बाहर की ओर बढ़ाएं। इससे पीठ दर्द और आराम मिलता है।


Butterfly Pose: पांव के तलवों को बैठकर अपने पास खींचें। इससे पीठ की मांसपेशियों को आराम मिलता है और दर्द कम होता है।


नीचे झुका हुआ श्वानासन (Downward Facing Dog Pose):
हाथ-पैरों को फैलाकर ऊपर की ओर उठाएं। इससे पीठ की मांसपेशियों को स्थिर बनाया जाता है और दर्द कम होता है।


योग करते समय आपके शरीर की सीमा को ध्यान में रखना महत्वपूर्ण है और आपको अपने शरीर की सुनने की क्षमता को समझना चाहिए। योग करने से पहले किसी चिकित्सक से परामर्श लेना उचित हो सकता है अगर आपका दर्द गंभीर है।


डॉक्टर की सलाह:
पीठ दर्द गंभीर हो सकता है और यह अन्य समस्याओं का भी कारण बन सकता है, इसलिए यदि दर्द लंबे समय तक बना रहता है, तो चिकित्सक की सलाह लेना अत्यंत महत्वपूर्ण है।

घरेलू उपचार:

गर्म पानी की बोतल: पीठ दर्द के समय गरम पानी की बोतल को दर्द वाले स्थान पर रखकर सुखाने से आराम मिल सकता है।

ताजा नारंगी का रस: नारंगी के रस में अंगूठे की मात्रा में नमक मिलाकर पीने से दर्द कम हो सकता है।

जीरा और अजवाइन का काढ़ा: एक चम्मच जीरा और अजवाइन को पानी में उबालकर उसका काढ़ा बनाएं और इसे पीने से पीठ दर्द में आराम मिल सकता है।

तुलसी की चाय:
तुलसी की पत्तियों से बनी चाय पीने से दर्द में आराम हो सकता है।



सावधानियाँ:

योग अभ्यास करते समय सही तरीके से करें, अन्यथा और ज्यादा दर्द हो सकता है।

दर्द गंभीर होने पर बिना चिकित्सक की सलाह के कोई भी दवाएँ न लें।


निष्कर्ष:

पीठ दर्द एक आम समस्या हो सकती है, लेकिन यह समस्या गंभीर भी हो सकती है जिसके पीछे किसी और बीमारी का संकेत हो सकता है। सही पोस्चर, योग और व्यायाम के साथ-साथ सही आहार भी महत्वपूर्ण है। अगर दर्द लंबे समय तक बना रहता है तो चिकित्सक की सलाह जरूर लें और उनकी सिफारिशों का पालन करें।


Disclaimer

कृपया ध्यान दें कि यह जानकारी केवल सामान्य सूचना प्रदान करने के उद्देश्य से है और प्रोफेशनल मेडिकल सलाह की जगह नहीं ले सकता कृपया उचित समाधान के लिए डॉक्टर से संपर्क करें 

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